दिन ढल चुका है शाम जा रही है
यह रात भी देखो हम पर हंसे जा रही है
हर वक्त तन्हाई खामोशी सता रही है
कहना सिर्फ यही है –
“आपकी याद आ रही है”
Abode of my thoughts
दिन ढल चुका है शाम जा रही है
यह रात भी देखो हम पर हंसे जा रही है
हर वक्त तन्हाई खामोशी सता रही है
कहना सिर्फ यही है –
“आपकी याद आ रही है”