आत्म निर्भरता वास्तव में महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मानव जीवन की व्यक्तित्व विकास के मुख्य पहलू में से एक है। यह हमें दृढ़ इच्छाशक्ति और दृढ़ निश्चयी व्यक्ति बनाता है, यह हमें महसूस कराता है कि हम अपनी शर्तों पर दुनिया में कुछ भी कर सकते हैं और इसके लिए हमें किसी की मदद की आवश्यकता नहीं है। यह हमें हमारे कौशल और ज्ञान पर विश्वास दिलाता है जो हमें अपना आत्मविश्वास बनाने में मदद करता है।
जब आप आत्म–निर्भर होना शुरू करते हैं, तो आत्म–निर्भरता न केवल आपके परिवार के भार को कम करती है। इसके अतिरिक्त, आत्म–निर्भरता आपको अपने परिवार के सदस्यों और प्रियजनों के प्रति एक मजबूत संपत्ति में बदल देती है। इसका मतलब है कि आप अपने जीवन में जिम्मेदारी और समझदारी से निर्णय लेने में सक्षम हैं।
जब आप आत्मनिर्भर होते हैं तो चाहे वो कार्यस्थल हो या आपका व्यक्तिगत क्षेत्र, हर जगह आपका मान–सम्मान बढ़ेगा
बहुत खूब बहुत अच्छा लेख है सभी को अपने जीवन में आत्मनिर्भर होना चाहिए क्योंकि किसी दूसरे के ऊपर निर्भर रहना एक निश्चित समय तक तो ठीक है परंतु कभी ना कभी ऐसी स्थिति आती है कि जब हमें दूसरों का सहारा छोड़कर खुद अपने लिए या अपनों के लिए काम करना पड़ता है ऐसी दशा में यदि हम हमेशा दूसरों के प्रति निर्भर रहेंगे तो हम आत्मनिर्भर कब बनेंगे सोचना पड़ेगा इस तरह से खुद कुछ काम करते रहें आत्मनिर्भर बने
Independent hona ya banna hamare hath me hai..to puppet kyu banna….amazing inspiration anurag sir